सफ़ेद पानी या ल्युकोरिया होने के क्या है लक्षण, ख़ान पान और घरेलू उपाय
सफ़ेद पानी औऱ ज्यादे पीरियड की समस्या के लिए, यह रोग का कारण गर्मी और योनि इंफेक्शन माना जाता है,
स्त्रिओं का एक रोग है जिसमें स्त्री-योनि से असामान्य मात्रा में सफेद रंग का गाढा और बदबूदार पानी निकलता है और जिसके कारण वे बहुत क्षीण तथा दुर्बल हो जाती है। महिलाओं में श्वेत प्रदर रोग आम बात है,

स्त्री की योनि से जुड़ी एक बहुत ही सामान्य स्थिति है। योनि मार्ग से आने वाले सफेद और चिपचिपे गाढ़े स्राव को ल्यूकोरिया कहते हैं।
डिसमेनोरिया क्या है? उससे संबंधित समस्याओं की पूरी जानकारी
( 👈जरूर पढ़ें)
कभी-कभी योनि से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने के लिए यह सामान्य होता है। लेकिन कई बार योनि से निकलते स्राव में ज़्यादा चिपचिपापन, जलन, खुजली, गंध होती है जिसके कारण यह ज़्यादा परेशानी का कारण बनता है
ल्युकोरिया होने के लक्षण
पेट के निचले हिस्से और टांगो में दर्द रहना
बार बार पेशाब आना
योनी के आस पास खुजली होना
सम्भोग के दौरान दर्द महसूस होना

थकावट ज्यादा रहना
कब्ज़ होना
गर्भ न ठहरना
खाया पीया न लगना
शरीर का कमजोर होना।
ल्युकोरिया की दवा
कौंचबीज बीज 100 ग्राम
आवला चुर्ण 100 ग्राम
तुलसी बीज 100 ग्राम
कीकर फली 100 ग्राम
सतावरी 100 ग्राम
सफेद मूसली 100 ग्राम
मिश्री 100 ग्राम
बड़ दूध 50 ग्राम
शतावरी 50 ग्राम
मुलहठी 50 ग्राम
छोटी इलायची के बीज 25 ग्राम
3 प्रकार की भस्मो को मिलाकर चुर्ण बना लीजिये
➡ 200 ग्राम ब्रह्मिबुटी के काढ़े में भावना दी जाती है।
कैसे सेवन करे
दिन में 3 बार 1-1चमच्च पानी से ले।
कम से कम 30 दिन कोर्स करे।
अगर पुराना रोग है तो 90 दिन कोर्स करे
साथ मे यह जरूर करे
नीम पत्ती 200 ग्राम 10
ग्राम फिटकरी को 2 लीटर
में उबालकर कर बोतल में भर ले।
दिन में 5 से 7 वार इस पानी से योनि की सफाई करे।
भोजन पकाने एवं भोजन करने के कुछ वैदिक और वैज्ञानिक नियम ( 👈जरूर पढ़ें)
योनी की साफ-सफाई का समुचित ध्यान रखें, इसके लिए आप गुनगुने पानी में कुछ बूँद डेटॉल का डालकर साफ करें।
सेक्स करने के बाद अपने प्राइवेट पार्ट को धोना न भूलें।
यूरिन पास करने के बाद पानी से साफ करें।
सेक्स के समय कंडोम प्रयोग करें।
अपने अंडरगारमेंट को अच्छे से साफ करें।

ल्युकोरिया में खान-पान और परहेज
आहार एक प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं
आहार खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां
फलों और डेयरी उत्पाद का सेवन भी मददगार है
मुख्य रूप से फल और सब्जियों विशेष रूप से केला, क्रैनबेरी, नारंगी, नींबू, काले प्लम, भिन्डी, पत्तेदार साग, प्याज, भूरा चावल, दही, आदि
साथ ही जड़ी-बूटियों और मसालों जैसे अदरक, लहसुन, मेथी और धनिया आदि खाने चाहिए
दैनिक आधार पर एक या दो पके केले खाएं। ताज़ा क्रैनबेरी रस का एक गिलास पियें।
बहुत से खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें नहीं खाना चाहिए जैसे अंडे, मांस, रोटी, मशरूम, मिठाई और अन्य खाद्य पदार्थ शामिल हैं

योग
ल्यूकोरिया के लिए विशेष
आसन
सूर्यनमस्कार
पद्मसाधना
पद्मासन
पादपश्चिमोत्तानासन
हस्तउत्तन
वृक्षासन
प्राणायाम
नाड़ीशोधन
अनुलोम-विलोम
मुद्रा
अग्नि
वायु
चिन
चिन्मय
मेरुदंड
ध्यान
रसमय
ध्वनि साधक
त्राटक