आंतों की सफाई करती है भिंडी की सब्जी

भिंडी क्या है? (What is Bhindi in Hindi?)

भिंडी का प्रयोग (kachi bhindi ke fayde) भिंडी की सब्जी के रूप में किया जाता है। इसके फल अंगुली के समान लम्बे होते हैं। भिंडी का पूरा पौधा रोमों से युक्त होता है। इसके फूल पीले रंग के होते हैं। इसके फल हरे रंग के होते हैं। भिंडी के फल आगे की तरफ से नुकीले, या पतले होते हैं। भिंडी (ladiesfinger) के अन्दर सफेद रंग के गोलाकार, चिपचिपे द्रव्य से युक्त अनेक बीज होते हैं। भिंडी के प्रयोग (bhindi ka upyog) से मुंह का स्वाद अच्छा हो जाता है, और वात-पित्त रोग के साथ-साथ मल संबंधी परेशानी भी दूर होती है।

भिंडी बहुत ही पौष्टिक सब्जी होती है।

 यह एक प्रकार की ऐसी सब्जी होती है जिसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है। यह आंतों को साफ करने के लिए अच्छी होती है। 

हमारे देश में भिंडी का उपयोग साग-सब्जियों के रूप में किया जाता है। 

भिंडी से सूप, साग, सब्जी, कढ़ी तथा रायता आदि बनाई जाती है। इसमें से रेशदार चिकना पदार्थ निकलता है। 

यह चिकना रस रंग में डालने के काम में आता है।

 यह कागज उद्योग के लिए भी उपयोगी होती है।

यह कई प्रकार के रोगों को ठीक करने में अधिक उपयोगी होती है। जैसे : मंदाग्नि, प्रमेह, सूजाक, प्रदर, पीनस तथा वातरोग आदि।

स्वभाव ….

यह भारी तथा वादी होती है।

गुण…..

भिंडी भूख की रुचि को बढ़ाती है।

 यह भारी और वादी होती तथा वीर्य को बढ़ाने वाली होती है। 

यह कफ को नष्ट करती है तथा शरीर की शक्ति को बढ़ाती है। 

इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, लौहा, तांबा, सोडियम, गंधक, प्रोटीन, आयोडीन, विटामिन ‘ए’, `बी.काम्पलेक्स तथा विटामिन ‘सी’ आदि तत्व पाये जाते हैं। 

इसमें प्रोटीन सबसे अधिक मात्रा में होता है। 

इसकी सब्जी बनाने पर भी इसमें से विटामिन ‘ए’ नष्ट नहीं होता है लेकिन विटामिन ‘सी’ नष्ट हो जाता है।

विभिन्न रोगों का भिंडी से उपचार….

पेचिश

पेशाब में जलन

धातु की पुष्टि

आमवात

प्रमेह

आंत उतरना (हार्निया)

प्रदर रोग

मधुमेह का रोग

भिन्डी के फायदे

घाव को सुखाने में भिंडी के फायदे (Benefits of Lady Finger in Healing Wound in Hindi)

bhindi benefits in hindi

भिंडी घाव को सुखाने के काम में भी प्रयोग में लाई जाती है। अगर किसी व्यक्ति को घाव है, और वह ठीक नहीं हो रहा है, तो भिंडी के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाएं। इससे घाव जल्दी ठीक (bhindi ke fayde) हो जाता है। 

भिंडी का प्रयोग कर त्वचा विकार में लाभ (Benefits of Bhindi in Skin Disease Treatment in Hindi)

भिंडी एक-दो नहीं, बल्कि त्वचा की अनेक बीमारियों के उपचार के लिए प्रयोग (bhindi ka upyog) में लाई जाती है। त्वचा में घाव हो जाए, रोम संबंधी विकार हो, या त्वचा की अन्य बीमारी। भिण्डी के पत्ते के रस को बीमार त्वचा पर लगाएं। इससे त्वचा रोग में तुरंत लाभ (bhindi ke fayde) होता है।

भिंडी का उपयोग कर खुजली का इलाज (Lady Finger Benefits in Itching Treatment in Hindi)

अक्सर ऐसा देखा जाता है, कि जब लोगों को खुजली होती है, तो वे खुजली के इलाज के लिए कई तरह के नुस्खे आजमाते हैं। कई बार जब कोई उपाय काम ना करे, तो आप भिंडी के फल को पीसकर लेप बना लें। इसे खुजली वाले स्थान पर लगाएं। इससे खुजली ठीक हो जाती है। 

दस्त रोकने के लिए फायदेमंद भिंडी का सेवन (Benefits of Bhindi to Stop Diarrhea in Hindi)

दस्त में भी भिंडी का प्रयोग करना फायदेमंद (bhindi ke fayde in hindi) होता है। दस्त की बीमारी में भिण्डी के फलों को मसल लें। इसमें मिश्री मिला लें। इसका सेवन करें। इससे दस्त में लाभ होता है।

पेशाब में जलन की समस्या में भिंडी का सेवन (Benefits of Bhindi to Treat Burning Sensation in Urine in Hindi)

ladies finger flower benefits

किसी व्यक्ति को पेशाब में जलन की परेशानी हो, तो उसे भिण्डी के फूलों का काढ़ा बना लेना है। इसमें 10-15 मिली मिश्री मिलाकर सेवन करना है। इससे पेशाब में जलन की परेशानी ठीक हो जाती है। 

मूत्र रोग में भिंडी के सेवन से लाभ (Lady Finger Benefits in Treating Urinary Disease in Hindi)

मूत्र रोग जैसे पेशाब का रुक-रुक कर आना, पेशाब करते समय दिक्कत होना, पेशाब करते समय दर्द होना, मूत्र नलिका संबंधित विकार हो तो भिंडी का उपयोग फायदा पहुंचा सकता है। इस रोग में भिण्डी के फल का काढ़ा बनाकर 10-15 मिली मात्रा में पीएं। इससे मूत्र रोग ठीक (bhindi khane ke fayde) होता है। 

ल्यूकोरिया में भिंडी के फायदे (Bhindi Benefits in Leukorrhea Treatment in Hindi)

Bhindi health benefit

भिंडी का सेवन करने से ल्यूकोरिया में भी फायदा लिया जा सकता है। इसके लिए 15-20 मिली फल का काढ़ा बनाकर सेवन करें। इससे ल्यूकोरिया में लाभ (bhindi ke fayde in hindi) होता है।

वीर्यपात (शीघ्रपतन) में भिंडी के लाभ (Lady Finger Benefits for Premature Ejaculation in Hindi)

वीर्यपात (शीघ्रपतन) से बहुत से लोग परेशान रहते हैं, और इस समस्या से निजात पाने के लिए अपना इलाज भी कराते हैं। शीघ्रपतन की समस्या में भी भिंडी का सेवन फायदा (bhindi ke fayde) पहुंचाता है। भिण्डी के फलों को मसल लें। इसमें मिश्री मिला लें। इसका सेवन करने से वीर्यस्राव की परेशानी में लाभ होता है। 

भिंडी से नुकसान (Side Effects of Bhindi – Lady Finger in Hindi)

भिंडी एक सब्जी (bhindi ki sabzi) है, जिसके उपयोग से कुछ लोगों को नुकसान भी हो सकता है,  इसलिए भिंडी का उपयोग करते समय बातों का ध्यान रखना जरूरी हैः-

  • खांसी में भिंडी का सेवन ना करें।
  • पाचनतंत्र विकार (मन्दाग्नि) में भिंडी का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • वात रोग में भिंडी का सेवन करने से नुकसान हो सकता है।
  • साइनस (पीनस रोग) में भिण्डी का सेवन नहीं करना चाहिए।