हरा धनिया जूस के स्वास्थ्य लाभ एक बार अवश्य उपयोग में ले

धनिया को हम सभी भले ही एक साधारण खाद्य पदार्थ समझते हों लेकिन असल में यह बेहद गुणकारी होता है। धनिया को भारतीय घरों में लगभग हर खाने की चीज में इस्तेमाल किया जाता है। फिर चाहे वह उसके स्वाद के लिए हो या डिश को सजाने के लिए।

धनिया (Coriander) क्या होता है?

सजावट और खाने के अलावा इस अद्भुत खाद्य पदार्थ की चटनी भी बनाई जा सकती है। बता दें कि धनिया का इस्तेमाल प्राचनी समय से बिमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है।

धनिया खाने में फ्लेवर डालने और गार्निश करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, इसमें सेहत को फायदा पहुंचाने वाले गुण भी हैं। यह जी घबराने, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने आदि में काम आता है। इसका बोटेनिकल कोरिएंड्रम सैटिवम (Coriandrum sativum) नाम है, जो कि Umbellifers फैमिली से आता है। सामान्य तौर पर इसके पत्तो का इस्तेमाल सब्जी की सजावट करने और ताजे मसाले के रूप में किया जाता है। वहीं, इसके बीज को सुखाकर सूखे मसाले की तरह इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह दो प्रकार की होती है, पहली देशी और दूसरी हायब्रीड। इसका देशी प्रकार स्वाद और खुशबू में ज्यादा तेज होती है, जबकि, हायब्रीड धनिया ये बाजारों में ज्यादा देखने को मिलती है लेकिन स्वाद ओर खुशबू में ज्यादा अच्छी नहीं होती। देशी धनिया बाजारों में दिसम्बर से फरवरी तक ही उपलब्ध होती है।

इसके हरे कच्चे पत्तों में विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के के गुण पाए जाते हैं और इसके बीज में फाइबर, कैल्शियम, कॉपर और आयरन की मात्रा पाई जाती है।

उपयोग

धनिया (Coriander) का इस्तेमाल किसलिए किया जाता है ?

विशेषज्ञों के मुताबिक, धनिया का इस्तेमाल खसरा, बवासीर की बीमारी, दांत दर्द, कीड़े, और जोड़ों के दर्द के साथ-साथ बैक्टीरिया और फंगस के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज के लिए भी किया जाता है। परंपरागत भारतीय घरों में महिलाएं धनिया का इस्तेमाल दूध के प्रवाह को बढ़ाने के लिए करती हैं।

ऐसा माना जाता है कि धनिये का सेवन करने से स्तनपान कराने वाली महिलाओं का दूध बढ़ता है। आजकल के टाइम में धनिया का उपयोग दवाओं और तम्बाकू में स्वाद बढ़ाने वाले के लिए किया जाता है। कुछ कंपनी ब्यूटी प्रोडक्ट्स और साबुन की खुशबू को बढ़ाने के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं।

इसके अलावा इसका बीज पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में लाभकारी होता है। इसके बीज को नियमित तौर पर प्रतिदिन दो से तीन बार सौंफ की तरह चबाकर खाने से चेहरे की चमक बढ़ती है। अगर चाहें तो इसके बीजों को सौंफ के साथ भी खा सकते हैं।

इनके अलावा जिन्हें शुगर की समस्या है वो भी इसका सेवन कर सकते हैं। इसका बीज शुगर को कंट्रोल में बानए रखती है और पेट की समस्याओं जैसे कब्ज या गैस से भी राहत प्रदान करती है।

जिन्हें पथरी की समस्या हैं उन्हें हर दिन सुबह खाली पेट धनिया के पत्तों का पानी पीने से लाभ मिलता है। इसके लिए इसके ताजे हरे पत्तों को पानी में उबालें फिर उस पानी को छान कर पी जाएं। ऐसे करने से पथरी यूरीन के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाती है।

हरा धनिया का जूस आपके शरीर के लिए बहुत लाभदायक और स्वास्थ्य वर्धक टॉनिक है।

हमारी किडनी का काम है ब्लड को शुद्ध करना और शरीर के बेकार और विषैले पदार्थों को बाहर निकालना। 

पैन्क्रीयाज आंतो में कुछ पाचक एंजाइम का स्राव करके पाचन क्रिया में अहम भूमिका अदा करता है। इसके अलावा यह इन्सुलिन नामक एक हार्मोन भी स्रावित करता है जो कि शरीर के ग्लूकोस लेवल को नियंत्रित करने का काम करता है जिससे डायबिटीज नहीं होती है।

कुछ ऐसी प्राकृतिक चीजें हैं जो हमारे शरीर के अंगो को साफ़ करके इन्हें ठीक ढंग से रखती हैं। 

उनमे से ही एक है धनिया या धनिये का जूस ….

जो कि लिवर, किडनी और पैन्क्रीयाज को अच्छे से साफ़ करके इन्हें स्वस्थ रखता है। 

धनिया के और भी फायदे हैं 

जैसे लिवर से फैट को बाहर निकालना और शरीर के शुगर लेवल को नियंत्रित करना।

इसके अलावा धनिया किडनी में स्टोन को बनने से रोकता है। 

इसमें वो सारे औषधीय गुण मौजूद हैं जो शरीर को डीटोक्सीफाई करने के लिए जरुरी होते हैं। 

धनिया की चटनी भी स्वस्थ लाभों से भरी होती है आज हम आपको इस धनिये के सही इस्तेमाल के बारे में बतायेगे जिससे, आपके लिवर, किडनी और पैन्क्रीयाज ठीक से काम कर सकें।

1 धनिये का पानी

धनिये को अपने डाइट में इस्तेमाल करना कोई मुश्किल काम नहीं है। 

आप सबसे पहले पानी में धनिये के पत्ते को डालकर उसे कम से कम 15 मिनट तक उबालें और फिर उसे एक साफ़ बोतल में छानकर रख लें।

 इसके बाद इस पानी को आप रोज कुछ दिनों तक पियें फिर आप देखेंगे कि आपके हेल्थ में किस तरह से सुधार हो रहा है।

2 नींबू धनिये का जूस

एक बर्तन में नींबू को दो हिस्सों में काटकर निचोड़ें। उसमें मसला हुआ धनिया और पानी मिला लें। अच्छी तरह से मिक्स करें। आपका हेल्दी जूस तैयार है।

इस जूस को खाली पेट लगातार 5 दिन तक लें। 

हरा धनिया पाचन शक्ति तो बढ़ाता ही है , साथ ही शरीर में प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। 

यह खून की अशुद्धियों को दूर करता है। 

नींबू उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है। 

इस जूस को 5 दिन तक लगातार खाली पेट लेने से आप अपना वजन भी कम कर सकते हैं। 

इस तरह से आप अपने घर में ही इन प्राकृतिक चीजों के इस्तेमाल से अपने शरीर के अंगो को साफ़ रख सकते हैं जिससे कि वो सुचारू रूप से अपना काम कर सकें और आप स्वस्थ रह सकें।

हरा धनिया मसाले के रूप में तो इस्तेमाल होता ही है, साथ ही इसे स्वाद और खाने की सजावट और चटनी के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यूं तो धनिया एक नहीं बल्कि 10-15 बीमारियों के इलाज में लाभकारी है, मगर हम आपको 5 मुख्य बीमारी के इलाज की प्रक्रिया बताएंगे।

1. पेट संबंधित समस्या-

धनिया गैस से छुटकारा दिलाने और पाचन तंत्र को ठीक करने में मदद करता है। इसके लिए 2 कप पानी लेकर उसमें जीरा और धनिए के पत्ते डालें। इसके बाद चाय की पत्ती और सोंफ डालकर 2 मिनट तक उबालें।
स्वादानुसार शक्कर मिलाएं और अदरक भी डालें। इस मिश्रण का सेवन करें।

2. आँखों की समस्या-

धनिया आंखों की जलन को दूर करता है। इसके लिए एक प्रकार का चूर्ण तैयार करना पड़ेगा। चूर्ण तैयार करने के लिए सौंफ, मिश्री तथा धनिये के बीजों को बराबर मात्रा में लेकर उसे पीस लें। अब इस चूर्ण को भोजन के बाद
खाएं। 6 ग्राम चूर्ण का सेवन करने से आँखों व हाथ पैरों की जलन से छुटकारा पाया जा सकता है।

3. नकसीर दूर करने में सहायक-

नकसीर में आराम पाने के लिए धनिये का इस्तेमाल किया जा सकता है। हरे धनिये की 20 ग्राम पत्तियां लें, अब इसमें लगभग चुटकी भर कपूर मिला लें। इसके बाद इनको पीस लें, इससे बने रस को छान कर अलग कर लें।
तैयार रस की दो बूंदों को नाख के दोनों छिद्रों में दोनों तरफ टपका लें, साथ ही रस को माथे पर लगा कर हल्का मलने पर नाख से निकलने वाला खून तुरंत ही बंद हो जाता है।

4. त्वचा के लिए फायदे-

धनिये का इस्तेमाल त्वचा के लिए बहुत ही असरदारक साबित होता है। धनिया का सेवन खून में इन्सुलीन की मात्र को नियंत्रण में रखता है। धनिये के इस्तेमाल से मधुमेह को भी खत्म किया जा सकता है। इस प्रकार हम कह
सकते है कि धनिये का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है।

5. पेसाब साफ करता है-
यदि आपके पेसाब में पीलापन ज्यादा आ रहा हो तो, सूखा धनिया पीसकर 1 ग्लास पानी में 2 चम्मच पिसा हुआ धनिया मिला लें। इसे 5 से 7 मिनट तक उबाल ले और ठंडे होने पर इसे धान लें। सुबह और शाम पीने से लाभ
होगा।