खीरा कितना फायदेमंद.?
खीरा क्या है (What is Kheera)
आकार तथा रंग-रूप के आधार पर खीरा की कई प्रजातियां होती हैं। इसकी फैलने वाली और पेड़ों पर चढ़ने वाली लता होती है। खीरे का ही एक और प्रकार अफ्रीका मूल का है जिसका नाम है बालम खीरा (Balam Kheera/Khira) जो दिखने में और गुणों भी खीरे के जैसा ही होता है।
खीरा का परिचय (Introduction of Kheera)
आपने खीरा खाया होगा। सभी लोग खीरा खाते हैं। प्रायः खीरा का सेवन सलाद के रूप में किया जाता है लेकिन इसके अलावा भी खीरा का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है। आमतौर पर लोग यह जानते हैं कि खीरा पेट के लिए ठंडा होता है और इससे शरीर को फायदा होता है। लोग यह नहीं जानते होंगे कि कई बीमारियों को ठीक करने के लिए एक औषधि के रूप में भी खीरा का उपयोग किया जाता है।
खीरा पचने में भारी, पित्त को शांत करने वाला, कफ और वात को बढ़ाने वाला, मूत्र रोग में फायदेमंद होता है। यह मोटापा कम करने और पीलिया रोग को ठीक करने का काम आता है। पथरी को गलाता है। उलटी को रोकता है। इसके बीज समान गुण वाले ही होते हैं।
खीरा स्वादिष्ट, शीतल, प्यास, दाहपित्त तथा रक्तपित्त दूर करने वाला रक्त विकार नाशक है।
खीरा व ककड़ी एक ही प्रजाति के फल हैं।

खीरे में विटामिन बी व सी, पोटेशियम, फास्फोरस, आयरन आदि विद्यमान होते हैं।
पेट की गैस, एसिडिटी, छाती की जलन में नियमित रूप से खीरा खाना लाभप्रद होता है।
जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं उन्हें सवेरे इसका सेवन करना चाहिये। इससे वे पूरे दिन अपने आपको फ्रेश महसूस करेंगे। खीरा हमरी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
खीरे को भोजन में सलाद के रूप में अवश्य लेना चाहिये।
नमक, काली मिर्च व नींबू डालकर खाने से भोजन आसानी से पचता है व भूख भी बढ़ती है।
घुटनों के दर्द को भी दूर भगाता है खीरे का सेवन। घुटनों के दर्द वाले व्यक्ति को खीरे अधिक खाने चाहिये तथा साथ में एक लहसुन की कली भी खा लेनी चाहिये।
पथरी के रोगी को खीरे का रस दिन में दो-तीन बार जरूर पीना चाहिये।
इससे पेशाब में होने वाली जलन व रुकावट दूर होती हैं।
सेहत के लिए गुणकारी :
खीरा रक्तचाप को भी काबू में रखने में कारगार है।
इसमें मौजूद पोटेशियम ज्यादा और कम दोनों तरह के रक्तचाप को नियंत्रित रखता है।
अगर आपके नाखून बार बार टूट जाते हैं तो आज ही खीरे का सेवन शुरू करें, यह आपके नाखूनों को मजबूती देता है।
गैस की समस्या में भी खीरा बेहद लाभदायक होता है।
अगर आप किडनी या लीवर की समस्या से परेशान हैं तो खीरे का नियमित रूप से सेवन करने से आपके बालों को भी फायदा होगा।
अपने बालों का सेहतमंद रखने के लिए खीरे के जूस का सेवन करें। इसके नियमित इस्तेमाल से बाल लंबे और घने होते हैं।
दांतों और मसूढ़े से जुड़ी समस्या और पायरिया जैसे रोग में भी खीरा फायदेमंद है।

आंखों की बीमारी में खीरे से फायदा (Benefits of Kheera in Eye Problem in Hindi)
खीरे को पीसकर आंखों के बाहर चारों तरफ लेप लगाने से आंखों के बाहर होने वाले काले धब्बे मिटते हैं।
खीरे के टुकड़ों को भी आँख पर रखने से आँखों को ठंडक मिलती है।
गले के रोग में फायदेमंद खीरा का उपयोग (Kheera Benefits in Throat Treatment in Hindi)
खीरे के पत्तों का काढ़ा बनायें। 10-20 मि.ली. काढ़े में आधा ग्राम जीरा चूर्ण मिलाकर सेवन करने से गले के रोगों में लाभ होता है।
पेशाब की समस्या का इलाज खीरा (Kheera Cures Urinary Problems in Hindi)
- पेशाब करने में तकलीफ होने पर रोगी भोजन में खीरे का सेवन करें। इससे लाभ होता है।
- खीरे के बीज का 2-4 ग्राम काढ़े को दूध के साथ नियमित पीने से कुछ दिनों में पेशाब की जलन और पेशाब में चीनी आने में लाभ होता है।
- तिल तथा खीरे में बीजों को समान मात्रा में लेकर दूध के साथ पीस लें। 2-4 ग्राम काढ़े में घी मिलाकर पीने से पेशाब संबंधी परेशानी ठीक होती है। इससे रुक-रुक कर पेशाब आने की समस्या ठीक होती है।
- खीरे का तेल पेशाब करने संबंधी विकार में लाभकारी होता है।
- यदि पेशाब न बन रहा हो तो खीरे के बीज के 2-4 ग्राम काढ़े को खट्टी कांजी तथा लवण के साथ मिला लें। इसका सेवन करने से पेशाब बनने लगता है।
- खीरे के पत्तों को पीस-छान लें। इसमें मिश्री मिलाकर 10-15 मि.ली. मात्रा में पिलाने से पेशाब खुल कर आता है और मूत्र विकारों में लाभ होता है।
खीरा के सेवन से पथरी की बीमारी का उपचार (Kheera Uses in Cure Kidney Stone Disease in Hindi)
खीरे के 2-4 ग्राम बीजों को दही के साथ नियमित सेवन करने से पथरी घुल कर निकल जाती है।
मुँहासे दूर करता है खीरा (Uses of Kheera in Fighting Acne in Hindi)
खीरे को पीसकर पूरे चेहरे, आँख तथा गले पर लगाएं। इसे लगभग 30 मिनट तक इसी स्थिति में छोड़ देें। इससे यह मुँहासों तथा रुखी त्वचा की परेशानी ठीक होती है।
घाव सुखाने और सूजन के लिए करें खीरा का प्रयोग (Benefits of Kheera in Wound Healing and Reduce Inflammation in Hindi)
खीरा को पीसकर उसमें थोड़ा नमक मिलाकर घाव की सूजन पर ऊपर से लेप करने से सूजन को कम करता है। इसे
अगर आप इसे मवाद वाले स्थान पर लगाएंगे तो यह निश्चित स्थान पर मवाद को जमा करने में सहायता करता है।
नींद ना आने की परेशानी में करें खीरे का प्रयोग (Uses of Kheera in Insomnia in Hindi)
खीरे के गूदे को पीसकर पैर के तलवों पर मालिश करने से नींद ना आने की परेशानी और आँखों की जलन में लाभ होता है।

खीरे का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां भी बरतें जैसे :-
खीरा कभी भी बासी न खाएं।
जब भी खीरा खरीदें यह जरूर देख लें कि वह कहीं से गला हुआ न हो।
खीरे का सेवन रात में न करें।
जहां तक हो सके, दिन में ही इसे खाये।
खीरे के सेवन के तुरंत बाद पानी न पियें।