सर्वाइकल पैन क्या है व इलेक्ट्रो होम्योपैथी से उपचार

सर्वाइकल….

सर्वाइकल पेन गर्दन में होने वाला दर्द या सूजन है और जिसे ठीक करने के लिए लोग तरह-तरह के व्यायाम, योगा इत्यादि करते हैं। यदि समय रहते सर्वाइकल का इलाज न हो तो यह गंभीर हो सकता है, इसलिए लोगों को इसके विषय में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लेनी चाहिए ताकि इसे कंट्रोल किया जा सके ।

सर्वाइकल पेन सर्वाइकल स्पोंडिलोलिसिस या ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण होने वाला दर्द है। इस स्थिति में हड्डियों, डिस्क या जोड़ों में परिवर्तन होते हैं जो गर्दन से जुड़े होते हैंऔर देखा गया है कि यह अक्सर बुज़ुर्ग लोगों को प्रभावित करता हैं।

यह समस्या हड्डियों से जुड़ी है, जिसके होने पर कंधों, गर्दन आदि में गंभीर दर्द होता है जिसे हम सर्वाइकल का दर्द कहते हैं। यह समस्या किसी को भी हो सकती है। आज के दौर में अनियमित दिनचर्या के कारण लगभग हर तीसरे व्यक्ति को सर्वाइकल की परेशानी सहनी पडती हैं। घंटों बैठे रहना, खराब मुद्रा, झुक कर बैठना और कई अन्य गलत आदतों की वजह से इस परेशानी का सामना बड़ी तादाद में लोगों को करना पड़ता है पर हमें अपनी आदतों या इससे बचने के उपाय नहीं मालूम होते इसलिए हम सभी को सर्वाइकल दर्द की वजह, लक्षण और इसके आसान घरेलू उपचार की जानकारी होनी बहुत जरूरी है ।

सर्वाइकल पेन के कारण – Causes of Cervical Pain in Hindi

  • गलत पोजीशन में सोने से आपको सर्वाइकल पेन होने लगता है।
  • ज्यादातर लोगों को भारी वजन को सिर पर उठाने से सर्वाइकल पेन होता है।
  • गर्दन को बहुत देर तक झुकाये रखने से भी सर्वाइकल पेन हो सकता है।
  • बहुत देर तक एक ही पोजीशन में बैठने से सर्वाइकल पेन शुरू हो जाता है।
  • ऊंचे और बड़े तकिये का प्रयोग करने से सर्वाइकल पेन होता है।
  • भारी वजन के हेलमेट डालकर बाइक राइडिंग करने से भी सर्वाइकल हो सकता है।
  • गलत उठने, बैठने और सोने के तरीकों के कारण भी सर्वाइकल हो सकता है।

क्या हैं लक्षण ?……

सर्वाइकल पेन के लक्षण – Symptoms of Cervical Pain in Hindi

  • सिर का दर्द
  • गर्दन को हिलाने पर गर्दन में से हड्डियों के टिडक्ने के जैसी आवाज़ का आना।
  • हाथ, बाजू और उंगलियों में कमजोरी महसूस होना या उनका सुन्न हो जाना
  • व्यक्ति को हाथ और पैरों में कमजोरी के कारण चलने में समस्या होना और अपना संतुलन खो देना
  • गर्दन और कंधों पर अकड़न होना

अगर गर्दन या हाथ-पैरों की मांसपेशियों में किसी प्रकार की ऐंठन आती है और बैचेनी महसूस होती है तो यह भी सर्वाइकल हो सकता है ।

क्यो हो जाता है सर्वाइकल ?…..

गर्दन में झटका या दबाव के कारण।

यदि गर्दन में कभी चोट लगी हो, तो भी हो सकता है कि भविष्य में उसे सर्वाइकल हो जाए ।

रीढ़ की हड्डी के बीच में खिंचाव भी सर्वाइकल का बड़ा कारण बनता है।

गलत मुद्रा में सोने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव आता है और यह दबाव पीठ से गर्दन में पड़ता है ।

कईं लोग इस बात को नकारते हैं लेकिन सर्वाइकल होने की एक बड़ी वजह तनाव भी है ।

उपचार……

सर्वाइकल के गंभीर होने की सबसे बड़ी वजह लोगों का रवैया है । कईं लोग इसे हल्के में लेकर टाल जाते हैं और कईं लोग मानते हैं कि इसका कोई इलाज नहीं है और इसीलिए वह इसका इलाज नहीं खोज पाते, परंतु सर्वाइकल का इलाज पूरी तरह मुमकीन है ।

अगर कोई सर्वाइकल से ग्रस्त है, तो उसे कुछ योगासन जैसे – सूर्यनमस्कार,भुजांगासन और व्रकासन राहत देंगे ।

जरूरी आदतें

दोस्तों सर्वाइकल पेन के कारण,लक्षण और इलाज जानने के साथ ही आपको कुछ आदतें छोड़नी और कुछ आदतें जरूरी तौर पर अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करनी होंगी जैसे कि

ज्यादा वजन वाले सामान उठाने की आदत छोड़ दें।

वज्रासन, चक्रासन और मत्स्यासन के अलावा गर्दन को गोल गोल घुमाने का अभ्यास करे

प्रतिदिन सूर्योदय से पहले उठकर कम से कम 3 किलोमीटर तेज़ रफ्तार से पैदल चलें

अपने ऑफिस में ज्यादा देर तक एक ही पोजीशन में न बैठकर हर एक घंटे के बाद थोड़ी थोड़ी देर के लिए ब्रेक लेकर थोडा वाक करने की आदत डालें।

अगर आप घरेलू महिला है तो ज्यादा देर न सोये और घरेलू कार्यों के बीच थोडा थोडा ब्रेक ले कर आराम करें।

बैठ कर फर्श पर पोछा लगाने का शौख पालें इससे काफी आराम मिलेगा।

ध्यान रहे यह शुरुआती तकलीफ के लिए बेहतर उपाय हैं लेकिन अगर तकलीफ से राहत ना मिले तो तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करें।