वैदिक साहित्य में पीपल के हैं ऐसे उपयोग, इसके घरेलू नुस्खे एवं लाभ
पीपल
वैदिक मान्यताओं के आधार पर कुछ खास-पेड़ पौधों को धर्म-कर्म में विशेष स्थान दिया गया है। जैसे पूजापाठ के कार्यों में तुलसी का प्रयोग श्रेष्ठ माना जाता है, वैसे ही व्रतविधान में पीपल, नीम और बरगद के पेड़ का विशेष महत्व होता है।
पीपल के वृक्ष में देवताओं का वास होता है। स्कन्दपुराण में कहा जाता है कि पीपल के वृक्ष में विष्णु का वास होता है। पीपल के वृक्ष को अक्षय वृक्ष भी कहा जाता है जिसके पत्ते कभी समाप्त नहीं होते

गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं,-“अश्वत्थः सर्ववृक्षाणां देवर्षीणाञ्य नारदः” सभी वनस्पतियों में मैं पीपल हूं और देवऋषियों में मैं नारद हूं। ऐसा कहकर उन्होंने इस वृक्ष की महिमा स्वयं ही कह दी है
पीपल के पेड़ को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। प्राचीनकाल में ऋषि-मुनि पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर तपस्या किया करते थे।

घरेलू नुस्खे एवं लाभ/फायदे
अकेला ऐसा पौधा जो दिन और रात दोनो समय आक्सीजन देता है
पीपल के ताजा 6-7 पत्ते लेकर 400 ग्राम पानी मे डालकर 100 ग्राम रहने तक उबाले,ठंडा होने पर पिए ब्रर्तन स्टील और एल्युमिनियम का नहीं हो, आपका ह्रदय एक ही दिन में ठीक होना शुरू हो जाएगा
पीपल के पत्तो पर भोजन करे, लीवर ठीक हो जाता है
पीपल के सूखे पत्तों का पाउडर बनाकर आधा चम्मच गुड़ में मिलाकर सुबह दोपहर शाम खायेँ, किंतना भी पुराना दमा ठीक कर देता है

पीपल के ताजा 4-5 पत्ते लेकर पीसकर पानी मे मिलाकर पिलाये,1- 2 बार मे ही पीलिया में आराम देना शुरू कर देता है
पीपल की छाल को गंगाजल में घिसकर घाव में लगाये तुरंत आराम देता है
पीपल की छाल को खांड मिलाकर दिन में 5-6 बार चूसे, कोई भी नशा छूट जाता है
पीपल के पत्तों का काढ़ा पिये, फेफड़ो, दिल ,अमाशय और लीवर के सभी रोग ठीक कर देता है
पीपल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पिये, किडनी के रोग ठीक कर देता है व पथरी को तोड़कर बाहर करता है
किंतना भी डिप्रेशन हो, पीपल के पेड़ के नीचे जाकर रोज 30 मिनट बैठिए डिप्रेशन खत्म कर देता है

पीपल की फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, महिलाओ के गर्भशाय और मासिक समय के सभी रोग ठीक करता है
पीपल का फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, बच्चो का तुतलाना ठीक कर देता है और दिमाग बहुत तेज करता है
जिन बच्चो में हाइपर एक्टिविटी होती है, जो बच्चे दिनभर रातभर दौड़ते भागते है सोते कम है, पीपल के पेड़ के नीचे बैठाइए सब ठीक कर देता है

किंतना भी पुराना घुटनो का दर्द हो, पीपल के नीचे बैठे 30-45 दिन में सब खत्म हो जाएगा
शरीर मे कही से भी खून आये, महिलाओ को मासिक समय मे रक्त अधिक आता हो, बाबासीर में रक्त आता हो, दांत निकलवाने पर रक्त आये ,चोट लग जाये, 8-10 पत्ते पीसकर,छानकर पी जाएं, तुंरत रक्त का बहना बंद कर देता है

शरीर मे कही भी सूजन हो, दर्द हो, पीपल के पत्तों को गर्म करके बांध दे, ठीक हो जायेगे